वो कहते है अब घर में ही रहना होगा
बिन कुछ कहे सब सहना होगा
अपने सपने भूलकर दूसरों के सपने जीना होगा
वो कहते है अब कहीं न आना कहीं न जाना होगा
अपनी खुशी से पहले ओरो की खुशी को चुनना होगा
अपने आँसू पी कर मुसकराकर जीना सिखना होगा
कभी बेटी कभी पत्नी कभी माँ बनकर फर्ज निभाते जाना होगा ।
रेत - सी हाथ से निकलती जिंदगी अब भी जीना चहाती हूँ
अधूरे - से संपने अभी भी पूरा करना चाहती हूँ
अधूरी रह गयीं आस को अब भी पाना चहाती हूँ
उन टूटे पंखो से आसमां को अभी भी छूना चहाती हूँ
वो कहते है अब वो समय नहीं, अब वो दौर नहीं
अब जीवन पहला - सा नहीं, अब मैं पहले - सी मैं नहीं
वो कहते है यही मेरी जिदंगी की कहानी है,
थोड़ी जिम्मेदारियां अभी और निभानी है ।
क्या यह सिर्फ मेरी कहानी है या आपकी मेरी जुबानी है ?
©Anuradha
Umdaa . Behtreen .
ReplyDeleteधन्यवाद Ankit 🙂
DeleteBeautiful 😀👌🏻
DeleteThank you Sajjad 😊
DeleteBht khoob ldki....I love it...❤️
ReplyDeleteItna talent kahan chhupa rkha tha..??
Thank you 😊
DeleteBahut khub
ReplyDeleteTalented girl 👏
Thank you😊
DeleteSuper awsmmmmm..
ReplyDelete😍
Thank you Aman 🙂
DeleteBahut he accha h. Khubsurat lines.
ReplyDeleteShukriya 😊
DeleteNice thoughts.
ReplyDeleteThank you
Deleteati uttam.......
ReplyDeleteJi shukriya apka 🙂
DeleteWonderful
ReplyDeleteThank you Divyesh 🙂
Deleteसरल शब्द, गहरा अर्थ।
ReplyDeleteशानदार 👏👏👏👏
Thank you 🙂🙏
DeleteMarvelous. All the best
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